KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण देश में हवाई यातायात गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। बुधवार तड़के भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिए जाने के बाद देश के 27 हवाई अड्डों को 9 मई तक बंद कर दिया गया है। इस सैन्य कार्रवाई का असर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी पड़ा है। अब तक 200 से अधिक उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं।
Article Contents
क्यों बंद किए गए एयरपोर्ट?
भारत की सेना ने बुधवार सुबह पीओके और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक मिशन को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में 9 आतंकवादी अड्डों को ध्वस्त किया गया है। इस रणनीतिक सैन्य कार्रवाई के बाद भारत के सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा कारणों से हवाई अड्डों पर विमानों का संचालन रोक दिया गया है।
कौन-कौन से एयरपोर्ट रहेंगे बंद?
भारत सरकार और DGCA द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, निम्नलिखित 27 एयरपोर्ट 9 मई 2025 तक बंद रहेंगे:
उत्तर भारत:
-
श्रीनगर
-
जम्मू
-
लेह
-
चंडीगढ़
-
अमृतसर
-
लुधियाना
-
पठानकोट
-
हलवारा
-
पटियाला
-
शिमला
-
गग्गल
-
भुंतर
-
बठिंडा
-
धर्मशाला
-
हिंडन (गाजियाबाद)
-
ग्वालियर
पश्चिम भारत:
-
जोधपुर
-
जैसलमेर
-
बीकानेर
-
किशनगढ़
-
भुज
-
जामनगर
-
राजकोट
-
पोरबंदर
-
केशोद
-
कांडला
-
मुंद्रा
दिल्ली एयरपोर्ट का स्टेटमेंट
हालांकि दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGIA) संचालन में बना हुआ है, लेकिन सुरक्षा को देखते हुए वहां से भी एक एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे उड़ान की स्थिति के लिए अपनी एयरलाइंस से संपर्क करें।
“दिल्ली हवाई अड्डे के सभी टर्मिनल और रनवे सामान्य रूप से कार्यरत हैं, लेकिन हवाई क्षेत्र की बदलती परिस्थितियों के कारण कुछ उड़ानों पर असर पड़ा है,” — दिल्ली एयरपोर्ट ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया।
200 से ज्यादा उड़ानें रद्द
हवाई क्षेत्र में पाबंदियों और एयरपोर्ट बंद होने के चलते 200 से अधिक उड़ानें रद्द की गई हैं। इसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों प्रकार की उड़ानें शामिल हैं।
प्रमुख प्रभावित एयरलाइंस:
-
इंडिगो (IndiGo): अमृतसर और श्रीनगर से 165 से अधिक उड़ानें रद्द
-
एयर इंडिया: जम्मू, श्रीनगर, लेह, अमृतसर, जोधपुर, भुज, जामनगर और चंडीगढ़ से उड़ानों पर रोक
-
स्पाइसजेट, अकासा एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित कई घरेलू व विदेशी एयरलाइनों ने प्रभावित क्षेत्रों से सेवाएं निलंबित की हैं।
यात्रियों के लिए सलाह
यदि आपकी उड़ान उपरोक्त एयरपोर्ट में से किसी एक से है, तो कृपया निम्नलिखित निर्देशों का पालन करें:
-
अपनी एयरलाइन की वेबसाइट या एप से उड़ान की स्थिति जांचें
-
जब तक उड़ान की पुष्टि न हो, एयरपोर्ट न जाएं
-
रीबुकिंग, रिफंड या वैकल्पिक उड़ानों के लिए ग्राहक सेवा से संपर्क करें
-
खबरों और आधिकारिक घोषणाओं के जरिए खुद को अपडेट रखें
ऑपरेशन सिंदूर: क्या है सैन्य कार्रवाई?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की ओर से किया गया एक सटीक और रणनीतिक सैन्य हमला था, जिसका उद्देश्य सीमा पार मौजूद आतंकवादी ठिकानों को खत्म करना था। इस मिशन के तहत भारतीय सेना ने पीओके और पाकिस्तान में स्थित कम से कम 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया।
यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है जब पाकिस्तान समर्थित आतंकी गतिविधियों में वृद्धि देखी जा रही थी। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑपरेशन भारत की आत्मरक्षा और आतंकवाद के विरुद्ध सख्त नीति को दर्शाता है।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
इस ऑपरेशन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध और अधिक तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान की ओर से प्रतिक्रिया की संभावना बनी हुई है, जबकि भारत ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अनिवार्य थी।
इस स्थिति के चलते भारत ने सीमावर्ती इलाकों में एयरस्पेस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और एयर ट्रैफिक को पुनर्निर्देशित किया गया है।
व्यापार और लॉजिस्टिक्स पर असर
केवल यात्री ही नहीं, बल्कि कार्गो और लॉजिस्टिक्स पर भी इसका बड़ा असर पड़ा है। पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों से निर्यात होने वाले उत्पादों में देरी हो रही है। इसमें कृषि उत्पाद, फार्मा, वस्त्र और ऑटो पार्ट्स शामिल हैं।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) ने सरकार से वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने की अपील की है।
सरकार की तैयारी और निगरानी
नागर विमानन मंत्रालय, DGCA, और भारतीय वायुसेना स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहे हैं। गृह मंत्रालय द्वारा एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई गई है, जिसमें हवाई सुरक्षा, ग्राउंड ऑपरेशन और आगामी निर्णयों पर चर्चा होगी।
भारत में मौजूदा सुरक्षा हालात के चलते 27 हवाई अड्डों को बंद किया गया है और 200 से अधिक उड़ानें रद्द की गई हैं। यात्रियों से अपील की जाती है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक जानकारी पर ही भरोसा करें।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने भले ही आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति को दुनिया के सामने रखा हो, लेकिन इसका असर आम नागरिकों, व्यापार और हवाई संचालन पर भी स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.